Viklang Certificate Online Apply विकलांग प्रमाण पत्र, जिसे डिज़ाबिलिटी सर्टिफिकेट भी कहा जाता है, ऐसा ही एक दस्तावेज है जो उन लोगों की कहानी को मान्यता देता है जो शारीरिक या मानसिक चुनौतियों से जूझ रहे हैं। यह प्रमाण पत्र सरकार द्वारा जारी किया जाता है और इसके माध्यम से विकलांग लोग विभिन्न सरकारी योजनाओं, आरक्षणों और विशेष लाभों का फायदा उठा सकते हैं। इस लेख में, हम आपको विकलांग प्रमाण पत्र के ऑनलाइन आवेदन की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताएंगे, ताकि आप या आपके किसी परिचित को इसकी जरूरत पड़े तो आसानी से इसका लाभ ले सकें।
विकलांग प्रमाण पत्र क्या है?
विकलांगता प्रमाण पत्र एक कानूनी दस्तावेज है जो यह साबित करता है कि कोई व्यक्ति किसी विशेष प्रकार की शारीरिक या मानसिक अक्षमता से ग्रस्त है। यह प्रमाण पत्र सरकारी योजनाओं, शिक्षा, नौकरी में आरक्षण और अन्य लाभों के लिए आवश्यक होता है। यह दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के तहत जारी किया जाता है।
विकलांग प्रमाण पत्र के लाभ
विकलांग प्रमाण पत्र के माध्यम से, विकलांग लोगों को कई सरकारी योजनाओं और विशेष लाभों का फायदा मिलता है, जिनमें शामिल हैं:
- शिक्षा में विशेष सुविधा: सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में दिव्यांग छात्रों के लिए आरक्षित सीटें।
- सरकारी नौकरियों में आरक्षण: सरकारी सेवाओं में विकलांग व्यक्तियों के लिए 4% आरक्षण।
- यातायात सुविधा: बस, ट्रेन, और अन्य सार्वजनिक परिवहन में किराए में छूट।
- वित्तीय सहायता: विकलांग पेंशन योजना और अन्य आर्थिक सहायता।
- कर में छूट: आयकर अधिनियम के तहत टैक्स में विशेष छूट।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और सर्जरी।
- ब्याज रहित ऋण: सरकार द्वारा विकलांग व्यक्तियों को व्यवसायिक उद्देश्यों के लिए कम ब्याज दर पर ऋण।
- सहायक उपकरण: जैसे व्हीलचेयर, कान की मशीन, वॉकर आदि रियायती दरों पर उपलब्ध।
आवेदन हेतु आवश्यक दस्तावेज
विकलांग प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने हेतु निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- आधार कार्ड या कोई अन्य पहचान प्रमाण
- पासपोर्ट साइज फोटो (हाल ही में ली गई)
- सरकारी अस्पताल द्वारा जारी मेडिकल रिपोर्ट
- डॉक्टर का प्रमाण पत्र, जो विकलांगता का प्रतिशत दर्शाए
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (यदि किसी विशेष सरकारी योजना के तहत आवेदन कर रहे हैं)
पात्रता मापदंड
विकलांग प्रमाण पत्र उन व्यक्तियों को दिया जाता है, जो निम्नलिखित विकलांगता श्रेणियों में आते हैं:
- दृष्टिहीनता (Blindness)
- सुनने की क्षमता में कमी (Hearing Impairment)
- मानसिक मंदता (Intellectual Disability)
- हड्डी एवं स्नायु संबंधी विकृति (Locomotor Disability)
- बोलने या भाषा संबंधित विकृति (Speech and Language Disability)
- ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, कुष्ठ रोग से मुक्त व्यक्ति (Autism, Cerebral Palsy, Leprosy Cured Persons)
- अन्य कोई प्रमाणित विकलांगता (Multiple Disabilities)
आवेदन प्रक्रिया
विकलांग प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करना एक सरल प्रक्रिया है, जिसे आप ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों तरीकों से कर सकते हैं।
ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी सरकारी अस्पताल या जिला चिकित्सा केंद्र पर जाएं।
- चिकित्सा बोर्ड से संपर्क करें और विकलांगता की जांच करवाएं।
- निर्धारित आवेदन पत्र भरें और सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- चिकित्सा बोर्ड द्वारा जांच के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
- अपने राज्य की सरकारी वेबसाइट पर जाएं।
- “विकलांग प्रमाण पत्र हेतु आवेदन” वाले विकल्प पर क्लिक करें।
- मांगी गई सभी जानकारी भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- आवेदन जमा करने के बाद दी गई तिथि पर मेडिकल परीक्षण के लिए जाएं।
- जांच पूरी होने के बाद, प्रमाण पत्र वेबसाइट से डाउनलोड करें।
प्रमाण पत्र जारी होने में लगने वाला समय
आवेदन करने के बाद प्रमाण पत्र जारी होने में आमतौर पर 15 से 30 दिन का समय लगता है। यदि किसी अतिरिक्त जांच की आवश्यकता हो, तो यह प्रक्रिया थोड़ी अधिक समय ले सकती है।
आवेदन की स्थिति कैसे जांचें
यदि आपने विकलांग प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है और उसकी स्थिति जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए चरणों का पालन करें:
- राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “आवेदन की स्थिति जांचें” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आवेदन संख्या और जन्मतिथि दर्ज करें।
- ‘सबमिट’ पर क्लिक करें और अपनी आवेदन की स्थिति देखें।
- यदि प्रमाण पत्र जारी हो गया है, तो आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड भी कर सकते हैं।
प्रमाण पत्र डाउनलोड करने की प्रक्रिया
यदि आपका आवेदन स्वीकृत हो गया है, तो आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “प्रमाण पत्र डाउनलोड करें” विकल्प पर क्लिक करें।
- अपना आवेदन संख्या और जन्म तिथि दर्ज करें।
- ‘सबमिट’ बटन दबाकर प्रमाण पत्र डाउनलोड करें और इसे प्रिंट कर लें।
निष्कर्ष
विकलांग प्रमाण पत्र एक महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेज है, जो दिव्यांग व्यक्तियों को विभिन्न सरकारी लाभ और सुविधाएं प्रदान करने में मदद करता है। सरकार ने इसे प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बना दिया है, जिससे अब इसे ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है। यदि आप या आपके किसी परिचित को इस प्रमाण पत्र की आवश्यकता है, तो जल्द से जल्द आवेदन करें ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सके।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
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विकलांग प्रमाण पत्र कितने समय तक वैध रहता है?
- यदि विकलांगता स्थायी है, तो प्रमाण पत्र जीवनभर मान्य रहेगा। यदि यह अस्थायी है, तो इसकी अवधि चिकित्सा बोर्ड द्वारा निर्धारित की जाती है।
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क्या विकलांग प्रमाण पत्र पूरे भारत में मान्य होता है?
- हाँ, यह प्रमाण पत्र पूरे भारत में सभी सरकारी योजनाओं और सेवाओं के लिए मान्य होता है।
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क्या ऑनलाइन आवेदन करने पर भी मेडिकल परीक्षण आवश्यक है?
- हाँ, ऑनलाइन आवेदन के बाद भी चिकित्सा परीक्षण अनिवार्य होता है।
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विकलांगता प्रमाण पत्र जारी होने में कितना समय लगता है?
- आमतौर पर यह 15 से 30 दिनों में जारी हो जाता है, लेकिन जांच की स्थिति के अनुसार समय बढ़ सकता है।
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विकलांगता प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कहां संपर्क करें?
- इसके लिए आप अपने जिले के सरकारी अस्पताल, चिकित्सा बोर्ड या राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं।
Disclaimer : यह लेख केवल जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। हमने सटीक जानकारी प्रदान करने का प्रयास किया है लेकिन समय-समय पर नियम में बदलाव हो सकते हैं। कृपया नवीनतम जानकारी के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं। या हम आपको इस SarkariJob वेबसाईट के माध्यम से जानकारी प्रदान करते रहेंगे ।